12. Februar 2009 von Vyasa 18. Kapitel 18-16 Devanagari Bhagavad Gita 18. Kapitel 16. Vers तत्रैवं सति कर्तारमात्मानं केवलं तु यः | पश्यत्यकृतबुद्धित्वान्न स पश्यति दुर्मतिः || १८ १६ ||