11. Mai 2009 von Vyasa 16. Kapitel 16-20 Devanagari Bhagavad Gita 16. Kapitel 20. Vers आसुरीं योनिमापन्ना मूढा जन्मनि जन्मनि | मामप्राप्यैव कौन्तेय ततो यान्त्यधमां गतिम् || १६ २० ||