22. Oktober 2009 von Vyasa 12. Kapitel 12-09 Devanagari Bhagavad Gita 12. Kapitel 9. Vers अथ चित्तं समाधातुं न शक्नोषि मयि स्थिरम् | अभ्यासयोगेन ततो मामिच्छाप्तुं धनंजय || १२ ९ ||