12. Dezember 2008 von Vyasa 18. Kapitel 18-78 Devanagari Bhagavad Gita 18. Kapitel 78. Vers यत्र योगेश्वरः कृष्णो यत्र पार्थो धनुर्धरः | तत्र श्रीर्विजयो भूतिर्ध्रुवा नीतिर्मतिर्मम || १८ ७८ ||