6. Februar 2009 von Vyasa 18. Kapitel 18-22 Devanagari Bhagavad Gita 18. Kapitel 22. Vers यत्तु कृत्स्नवदेकस्मिन्कार्ये सक्तमहैतुकम् | अतत्त्वार्थवदल्पं च तत्तामसमुदाहृतम् || १८ २२ ||