30. Dezember 2009 von Vyasa 11. Kapitel 11-01 Devanagari Bhagavad Gita 11. Kapitel 1. Vers अर्जुन उवाच | मदनुग्रहाय परमं गुह्यमध्यात्मसंज्ञितम् | यत्त्वयोक्तं वचस्तेन मोहोऽयं विगतो मम || ११ १ ||