19. Oktober 2010 von Vyasa 06. Kapitel 06-12 Devanagari Bhagavad Gita 6. Kapitel 12. Vers तत्रैकाग्रं मनः कृत्वा यतचित्तेन्द्रियक्रियाः | उपविश्यासने युञ्ज्याद्योगमात्मविशुद्धये || ६ १२ ||