29. Juni 2010 von Vyasa 08. Kapitel 08-01 Devanagari Bhagavad Gita 8. Kapitel 1. Vers अर्जुन उवाच | किं तद् ब्रह्म किमध्यात्मं किं कर्म पुरुषोत्तम | अधिभूतं च किं प्रोक्तमधिदैवं किमुच्यते || ८ १ ||