15. Februar 2011 von Vyasa 04. Kapitel 04-13 Devanagari Bhagavad Gita 4. Kapitel 13. Vers चातुर्वर्ण्यं मया सृष्टं गुणकर्मविभागशः | तस्य कर्तारमपि मां विद्ध्यकर्तारमव्ययम् || ४ १३ ||